खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और वर्तमान विधायक उमेश कुमार के बीच हुए विवाद ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह और विधायक उमेश कुमार के मामले में नैनीताल हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. नैनीताल उच्च न्यायालय ने इस मामले में कड़ा रुख अपना अपनाया है. कोर्ट ने इस केस में हरिद्वार जिले के डीएम और एसएसपी को तलब किया है.
हाईकोर्ट ने सड़क और सोशल मीडिया पर दोनों के बीच चल रही जंग का स्वत: संज्ञान लिया है. अदालत ने हरिद्वार जिले के डीएम और एसएसपी को 30 जनवरी को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिया है. हाईकोर्ट ने गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को हरिद्वार जिले में हुई सरेआम मारपीट के सभी साक्ष्य भी पेश करने को कहा है. कोर्ट ने आदेश दिया है कि उमेश कुमार और कुंवर प्रणव चैंपियन के अपराधों, मुकदमों और हथियारों का पूरा ब्योरा भी कोर्ट में पेश किया जाए.
रुड़की में दो दिन पूर्व हुए गोली कांड के बाद जहाँ कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को हरिद्वार की CJM कोर्ट द्वारा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में और विधायक उमेश कुमार को जमानत दिये जाने के बाद गुर्जर समाज में आक्रोश हैं. गुर्जर समाज ने 29 जनवरी को हरिद्वार की तहसील लक्सर में महापंचायत करने का आह्वान किया था. रौशनाबाद जेल में बंद पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने पत्र लिखकर फिलहाल कुछ दिनों के लिए महापंचायत रद्द करने की मांग की. इस पत्र को पढ़कर चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी सिंह ने सुनाया.
कुंवर प्रणव सिंह ने गुर्जर समाज को महापंचायत की तारीख पीछे करने की बात कही है. पत्र में उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में नेशनल गेम चल रहे हैं लिहाजा महापंचायत के आह्वाहन से अव्यवस्था फैल सकती है, इसलिए जल्द ही निकट भविष्य में ये महापंचायत बुलाई जाएगी. उधर चैंपियन की ओर से ये भी संदेश दिया गया है कि पहले विधायक खानपुर ने लंढौरा राजमहल पर आकर यहां की रियासत को ललकारा, जिसका उन्होंने बदला लिया और इसका उन्होंने कोई अफसोस नहीं है.