ओस्लो। नॉर्वे के आधिकारिक दौरे पर गए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने गुरुवार को प्रथम भारत-नॉर्डिक ट्रैक 1.5 वार्ता में भाग लिया। सिंह ने सम्मेलन से इतर नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईडे के साथ भारत-नॉर्वे और नॉर्डिक देशों (डेनमार्क, नॉर्वे, स्वीडन, आइसलैंड और फिनलैंड) के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर विस्तृत चर्चा की।
नॉर्वे में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया उन्होंने हमारी दीर्घकालिक साझेदारी की समीक्षा की, जिसमें राजनीति, व्यापार, निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, नीली अर्थव्यवस्था, आर्कटिक और अंतरिक्ष में सहयोग शामिल है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में हमारे देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे।
इस दौरान विदेश एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सिंह ने ओस्लो के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट) केंद्र का दौरा किया और नॉर्वे द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट क्षेत्र में की गई प्रगति को करीब से जाना। राज्य मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा ओस्लो के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सेंटर का दौरा किया, जो ओस्लो की अत्याधुनिक कचरा छंटाई सुविधा है, जिसे नॉर्वे की कंपनी टोमरा ने डिजाइन किया है। मैंने नॉर्वे के उद्यमों को भारतीय उद्यमों के साथ सहयोग करने और भारत की कचरे से ऊर्जा बनाने की यात्रा में भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
राज्य मंत्री ने ‘एक्स’ पर की एक अन्य पोस्ट में बताया कि उन्होंने एक प्रौद्योगिकी कंपनी कैम्बी के संयंत्र का भी दौरा किया, जिसने एक अनूठी थर्मल हाइड्रोलिसिस प्रक्रिया विकसित की है। यहां उन्होंने बायोगैस उत्पादन बढ़ाने और बेहतर गुणवत्ता वाले बायोसॉलिड का उत्पादन करने से लेकर कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की तकनीक की जानकारी ली। प्लांट के दौरे के बाद सिंह ने कहा मैं भारतीय शहरों में अपशिष्ट जल और कीचड़ प्रबंधन में भारतीय भागीदारों के साथ उनके सहयोग की आशा करता हूं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी