शनिवार को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को उनका हक़ न देने का आरोप लगाया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रिजिजू ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपने पापों को कम करने के लिए बाबा साहब भीवराव आंबेडकर से माफ़ी मांगनी चाहिए.उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही साल 1952 के चुनाव में बाबा साहब आंबेडकर को हराया था.
रिजिजू ने बाबा साहब आंबेडकर को भारत रत्न दिए जाने में देरी पर भी सवाल उठाए और कहा कि संविधान के मुख्य निर्माता को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से तब सम्मानित किया गया जब केंद्र में बीजेपी की सरकार आई.
साथ ही उन्होंने विपक्ष के इस दावे पर सवाल उठाया कि अल्पसंख्यकों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सबसे पहले किरेन रिजिजू का ही संबोधन हुआ.
संविधान को अपनाने के 75 साल पूरे होने पर लोकसभा में चल रही बहस में संसदीय कार्य मंत्री ने आगाह करते हुए कहा, “हमारे शब्दों या हमारे काम से वैश्विक मंचों पर देश की छवि ख़राब नहीं होनी चाहिए.”
विपक्षी पार्टियों ख़ास तौर पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए किरेन रिजिजू ने कहा, “भारत में सभी को समान वोट देने का अधिकार दिया गया है, लेकिन कुछ लोग दावा करते हैं कि अल्पसंख्यकों को कोई अधिकार नहीं दिए गए हैं.”