सामाजिक कार्यकर्ता और योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने मनमोहन सिंह को याद करते हुए लिखा है, ”डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की ख़बर ने मुझे स्तब्ध कर दिया है. ऐसा लगता है कि मेरे अंदर की सांसें थम गई हैं.”
सैयदा हमीद ने लिखा, ”मैं पिछले दो दशक से डॉ. सिंह के दायरे में रही हूं. 2004 में योजना आयोग की सदस्य के तौर पर शपथ लेते हुए मैं उनके सामने खड़ी थी. 2024 में मैं एक बार फिर उनके सामने खड़ी थी. अपनी आत्मकथा ‘ड्रॉप इन द ओशन’ लेकर. उन्होंने इसके कवर पर बड़ी ही खूबसूरत लाइनें लिखी थीं.”
उन्होंने लिखा , ”डॉ. सिंह से दो दशक की जान-पहचान और नज़दीकी के बाद आज अचानक मेरे समेत पूरे भारत और दुनिया के सामने एक शून्य आ खड़ा हुआ है. बहुत सारे लोगों को आज इस बात का अहसास होगा कि आख़िर वो भारत के लिए क्या थे. मैं उनके साथ अपने निजी अनुभवों को साझा कर रही हूं. पाठक इसे पढ़ कर एक बड़े फलक पर चीजों को देख पाएंगे.”
सैयदा हमीद ने लिखा, ”योजना आयोग में अर्थशास्त्रियों और प्रशासकों से घिरी मैं अपने अपर्याप्त ज्ञान को लेकर बेहद परेशान थी. मुझे सिर्फ लिखना आता था और मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता थी. दस साल तक मैं योजना भवन में सिर्फ एक मात्र महिला सदस्य थी. लेकिन इस दौरान जिस एक शख़्स ने मेरी मदद की और मेरी बात सुनी वो थे योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. मनमोहन सिंह. उन्होंंने फील्ड से भेजी मेरी कुछ रिपोर्टों को देखा. इन्हें उनके पास योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया ने भेजा था.”