उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर विकास योजनाओं के लिए आवंटित बजट खर्च नहीं कर पाने को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये बात सही है कि सरकार के पास पैसे की कमी नहीं हैं लेकिन कमी है तो वो इच्छाशक्ति की है. उन्होंने कहा कि सरकार बजट तक खर्च नहीं कर पा रही है.
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लंबी पोस्ट लिखी. उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते यूपी सरकार को आड़े हाथों लिया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूपी सरकार ने विकास कार्यों को 56 फीसद बजट खपाना भी सरकार के लिए चुनौती बन गया है. विकास कार्यों के लिए बजट खर्च करने में विभागों ने सस्ती दिखाई है.
नगीना सांसद ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि “पैसे की कोई कमी नहीं है.” सही कहा था उन्होंने. वाकई पैसे की कमी नहीं है, लेकिन कमी है इच्छाशक्ति और कर्तव्यनिष्ठ नेतृत्व वाले मुख्यमंत्री की.
सबसे बड़े बजट का ढोल पीटने वाली डबल इंजन सरकार विकास कार्यों की पटरी पर बजट खर्च करने में लड़खड़ा गई है. आंकड़े गवाही दे रहे हैं—मूल बजट का सिर्फ 54.5% और कुल बजट का मात्र 50.53% खर्च हुआ है. ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि सरकार के दावे खोखले हैं और मुख्यमंत्री योगी जी की अकर्मण्यता जनता की उम्मीदों पर पानी फेर रही है.
विकास योजनाएं केवल कागजों में सिमटी हुई हैं. सड़कें बदहाल हैं, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं, और शिक्षा के क्षेत्र में वादे अधूरे हैं। किसानों की कर्जमाफी हो या युवाओं को रोजगार देने की योजनाएं—अधिकांश योजनाएं या तो अधूरी हैं या फाइलों में दबी पड़ी हैं. सरकार को यह समझना होगा कि केवल वादे और बड़े आंकड़ों से विकास नहीं होता. असली विकास तब होगा जब जनता के जीवन में सुधार नजर आए. अब तो जनता कहने लगी “डबल इंजन और काम आधा.”