संगम नगरी प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के लिए अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं, महाकुंभ को लेकर सारी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. महाकुंभ के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक है डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर का विशाल पंडाल.
इस एक्सपीरिएंस सेंटर में महाकुंभ के इतिहास को विभिन्न डिजिटल माध्यमों से दर्शाया जाएगा. देश- विदेश से महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्री इस एक्सपीरिएंस सेंटर में आकर महाकुंभ के महत्व और इतिहास को नजदीक से जान सकेंगे. महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हो रहा है, जिसका 26 फरवरी तक चलेगा. तीर्थ नगरी प्रयागराज में आस्था का सैलाब उमड़ेगा.
प्रयागराज के महाकुंभ क्षेत्र की शुरुआत लेते हुए हनुमान जी से होती है. इसी मंदिर के ठीक सामने महाकुंभ के इतिहास को दर्शाने वाले डिजिटल एक्सपीरिएंस सेंटर को बनाया गया है. इस डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर में सभी आधुनिक डिजिटल गतिविधियों का प्रयोग किया जाएगा. इसमें वर्चुअल रिएलिटी के प्रयोग से महाकुंभ के बदलते स्वरूप को भी दर्शाया जाएगा. ताकि श्रद्धालु 1947 से पहले और बाद के महाकुंभ के बदलते स्वरूप को जान सकें.
भगवान शिव के इस विशाल रूप और इसकी लाइटिंग को देखिए और इसके आस पास और पीछे लगी घंटियों की सुंदर सजावट देखिए. इन घंटियों के लहरदार रूप के कारण इसे कायनेटिक बेल्स कहते हैं. ऐसी अनेक चीज़ें इस एक्सपीरिएंस सेंटर में देखने को मिलेंगी, लेकिन उसका खुलासा 9 तारीख़ के बाद होगा, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इसका लोकार्पण होगा.