मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) दफ़्तर के बाहर हुए धरना प्रदर्शन में शामिल दो लोगों की गिरफ़्तारी पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने एक्स पर किए एक पोस्ट में लिखा, “हाल ही में यूपी और बिहार की घटनाओं के बाद अब मध्य प्रदेश में एमपीपीएससी में हुई गड़बड़ी का विरोध कर रहे दो छात्रों को जेल में डाल दिया गया है. वो भी तब जब मुख्यमंत्री ने ख़ुद छात्रों से मुलाक़ात कर उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था.”
दरअसल इन दो लोगों को बुधवार को गिरफ़्तार किया गया था. विरोध प्रदर्शन की वजह एमपीपीएससी की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी बताई गई थी.
राहुल गांधी ने पोस्ट में लिखा, “सरकारी भर्ती में विफलता बड़ा अन्याय है. पहले तो भर्ती नहीं निकलती. भर्ती निकल जाए तो एग्ज़ाम समय पर नहीं होते. एग्ज़ाम हों तो पेपर लीक करवा दिए जाते हैं. और जब युवा न्याय मांगते हैं तब उनकी आवाज़ को बेरहमी से कुचला जाता है.”
उन्होंने कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल से किए एक पोस्ट को रिपोस्ट किया. इस पोस्ट में गिरफ़्तार किए गए दोनों लोगों की जेल के बाहर खड़े तस्वीर शेयर की गई है.
राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “छात्रों के अधिकार की लड़ाई में हम उनके साथ हैं. भाजपा को देश के युवाओं के हक़ की आवाज़ किसी क़ीमत पर दबाने नहीं देंगे.”
राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री मोहन यादव की छात्रों से मुलाकात का भी ज़िक्र किया है.दरअसल 23 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर जानकारी दी गई कि उन्होंने छात्रों से मुलाकात की है.
एक्स पर किए गए इस पोस्ट में लिखा है, “मुख्यमंत्री मोहन यादव से समत्व भवन में एमपीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अभ्यर्थियों की मांगों पर सकारात्मक और सहयोगी दृष्टिकोण से विचार कर रही है. प्रतिनिधिमंडल की मांगों के निराकरण के लिए उचित निर्देश दिए गए हैं.”