सीरिया की मौजूदा स्थिति पर भारत ने सोमवार को प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “हम सीरिया में जारी घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं.”
“हम मानते हैं कि सीरिया की एकता, संप्रभुता और अखंडता को संरक्षित करने की दिशा में सभी पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है.”
विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम सीरिया के सभी वर्गों के हितों और आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए एक शांतिपूर्ण और समावेशी सीरियाई नेतृत्व वाली राजनीतिक प्रक्रिया की वकालत करते हैं.” “दमिश्क में स्थित हमारा दूतावास भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए उनके संपर्क में है.”
इस्लामी चरमपंथी समूह (एचटीएएस) के नेतृत्व में विद्रोहियों ने अलेप्पो, हमा और होम्स शहरों के बाद राजधानी दमिश्क पर रविवार को कब्ज़ा कर लिया था. इसके बाद विद्रोही समूहों ने कहा कि सीरिया आज़ाद हो गया है.
इन सबके बीच बशर अल-असद सीरिया छोड़कर भाग गए हैं. रूसी न्यूज़ एजेंसी और सरकारी टीवी ने क्रेमलिन के सूत्रों के हवाले से कहा है कि रूस ने असद और उनके परिवार को मानवीय आधार पर शरण दी है.