बिग बॉस का सीजन 18 आखिरकार खत्म हो चुका है. शो के ग्रैंड प्रीमियर के साथ ट्रॉफी करण वीर मेहरा अपने घर लेकर गए हैं. करण वीर ने जहां ट्रॉफी अपने नाम की है वहीं विवियन डिसेना पहले रनरअप रहे. टॉप 5 में करण और विवियन के साथ अविनाश मिश्रा, चुम दरांग और ईशा सिंह ने अपनी जगह बनाई थी.
आखिरी तक लोगों को लग रहा था कि इस सीजन को कौन जीतने वाला है. करण इस सीजन की ट्रॉफी अपने घर लेकर गए हैं. कुछ लोग करण की जीत का जश्न मना रहे हैं तो कुछ लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उनके मुताबिक करण ये शो जीतना डिसर्व नहीं करते थे.
सोशल मीडिया पर कुछ लोग करण वीर के जीतने पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. उनका मानना था कि ये सीजन रजत दलाल या विवियन डिसेना को जीतना चाहिए था. वो करण के जीतने के बाद बिग बॉस को फिक्स्ड बता रहे हैं.
लोगों को आया गुस्सा
एक यूजर ने लिखा- डायरेक्ट ट्रॉफी दे देते, क्या जरुरत थी वोट करवाने की. फिर भी रजत और विवियन बिग बॉस की शुरुआत से टॉप 2 में हैं. एक यूजर ने लिखा- बिग बॉस फिक्स्ड विनर शो रियलिटी शो नहीं.
एक यूजर ने लिखा- मुझे लगता है अविनाश उनसे कई बेहतर था. वो हमेशा व्यूअर्स को एंटरटेन करता हुआ नजर आया है. एक ने लिखा-रजत और विवियन के लिए सब कुछ तय था, लेकिन करण जीत गया. बिग बॉस ने सुरक्षित खेलते हुए न तो किसी एक पार्टी की साइड ली और न ही दूसरे की.
उन्होंने किसी ऐसे व्यक्ति को जीत दिलाई जो पूरी तरह से अनएक्सपेक्टिड था. वोटिंग से जुड़ी ये सारी बातें झूठी हैं. करण भी अच्छा है, लेकिन रजत भाई जीतने के हकदार.बता दें करण वीर मेहरा बिग बॉस की ट्रॉफी के साथ 50 लाख की मोटी रकम साथ में घर लेकर गए हैं. करण के जीतने से कई कंटेस्टेंट खुश भी नहीं हैं.