कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्वीट किया है, ”आज सुबह-सुबह, मैंने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री, पूर्व राज्यसभा सांसद और 70 के दशक के मध्य में बिहार में जेपी आंदोलन के सम्मानित नेता सुशील मोदी के दुखद निधन के बारे में पढ़ा.”
“हम दोनों राजनीतिक विचारधारा के मामले में अलग-अलग छोर पर थे. लेकिन हमारे मधुर संबंधों में ये कभी आड़े नहीं आई. हम अक्सर एक-दूसरे के साथ मज़ाक करते थे.”
रमेश ने लिखा, ”बतौर वित्त मंत्री कुछ समय के लिए उन्होंने राज्यों के वित्त मंत्रियों की परिषद की अध्यक्षता की थी. उस समय केंद्र में कांग्रेस सत्ता में थी. उन्होंने प्रणब मुखर्जी और पी.चिदंबरम दोनों के साथ रचनात्मक तौर पर काम किया. वो बेहद जानकार थे, ख़ासकर राज्यों के वित्तीय मामलों में.”
रमेश ने लिखा,”जब आंध्र प्रदेश में राजशेखर रेड्डी मुख्यमंत्री थे तो कुछ दिन हमने वहां साथ बिताए थे. हम वहां ये समझने के लिए गए थे कि महिला स्वयं सहायता समूह आंदोलन उस राज्य में कैसे बदलाव ला रहा है.”
रमेश ने लिखा, ”उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई. 2011 में बैंक से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों के इस मिशन को लॉन्च किया गया था.”
“राज्यसभा में उनके भाषणों को ध्यान से सुना जाता था. वो उस पर गहराई से शोध करते थे. सदन के पटल पर अपने राजनीतिक विरोधियों की उनकी आलोचनाएं तीखी होती थीं लेकिन वो गरिमा बनाए रखते थे.”