Homeलाइफ़स्टाइलसावन का दूसरा प्रदोष शनि दोष से दिलाएगा मुक्ति, जानें डेट

सावन का दूसरा प्रदोष शनि दोष से दिलाएगा मुक्ति, जानें डेट

सावन का दूसरा प्रदोष व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन शनिवार का संयोग बन रहा है. ऐसे में ये सावन का शनि प्रदोष व्रत होगा. सावन और प्रदोष व्रत दोनों ही शिव जी को अति प्रिय है.

इस व्रत को करने से शिव शंभू के साथ शनि देव (Shani dev)  भी प्रसन्न होते हैं और कुंडली से शनि दोष (Shani dosh) दूर होता है. जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती (Sade sati) या ढैय्या (Dhaiya) चल रही है उनके लिए सावन का शनि प्रदोष व्रत जरुर करना चाहिए, इससे शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है. जानें सावन शनि प्रदोष व्रत की डेट, पूजा मुहूर्त और महत्व.

सावन शनि प्रदोष व्रत 2024 डेट (Shani Pradosh Vrat 2024 Date)

सावन में शनि प्रदोष व्रत 17 अगस्त 2024 को किया जाएगा. शनिवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत धन-धान्य और हर तरह के दुखों से छुटकारा देने वाला होता है.

अगस्त में दो शनि प्रदोष व्रत का संयोग

अगस्त में इस बार 2 शनि प्रदोष व्रत आएंगे. 17 अगस्त 2024 को सावन का शनि प्रदोष रहेगा तो वहीं 31 अगस्त 2024 को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष का शनि प्रदोष व्रत आएगा.

सावन शनि प्रदोष व्रत 2024 मुहूर्त (Shani Pradosh Vrat 2024 Time)

सावन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 17 अगस्त 2024 को सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर शुरू होगी और 18 अगस्त 2024 को सुबह 05 बजकर 51 मिनट पर इसका समापन होगा.

  • पूजा मुहूर्त – शाम 06.58 – रात 09.09

शनि प्रदोष व्रत क्यों करते हैं ? (Shani Pradosh Vrat Significance)

शनि देव के गुरू भगवान शिव हैं, इसलिए शनि संबंधी दोष दूर करने और शनि देव की शांति के लिए शनि प्रदोष का व्रत किया जाता है.इसके प्रताप से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव में कमी आती है. इसके अलावा संतान पाने की कामना के लिये शनि त्रयोदशी का व्रत खासतौर से सौभाग्यशाली माना जाता है.

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