डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को एक बार फिर से राष्ट्रपति पद की कमान संभालने जा रहे हैं.यह पहली बार है, जब अमेरिका का कोई नवनिर्वाचित राष्ट्रपति सत्ता हस्तांतरण समारोह में विदेशी नेताओं का स्वागत करेगा. अमेरिका में इससे पहले ऐसा नहीं होता था. ट्रंप ने इटली, अर्जेंटीना, चीन और जॉर्जिया के राष्ट्रपति को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन आएगा, इसे लेकर काफ़ी बातें हो रही थीं. इसे इस रूप में भी देखा जा रहा है कि जिन देशों के राष्ट्राध्यक्षों को बुलाया गया है, उनके प्रति ट्रंप की नीतियां उदार रहेंगी.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी सोमवार को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी. मेलोनी यूरोप की उन हाई प्रोफ़ाइल नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
इटली की प्रधानमंत्री के कार्यालय ने मेलोनी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की पुष्टि की है.
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई को भी आमंत्रित किया गया था. अर्जेंटीना के राष्ट्रपति भी ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. पाँच नवंबर को चुनाव जीतने के बाद मिलेई पहले अंतरराष्ट्रीय नेता थे, जिन्होंने ट्रंप से मुलाक़ात की थी.
तब विवेक रामास्वामी ने मिलेई को गले लगाया था. ट्रंप ने टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क के साथ विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएन्सी (डीओजीई) का प्रमुख बनाया है. रामास्वामी ने तो मिलेई को अपने लिए प्रेरक शख़्स बताया था. मिलेई की तारीफ़ एलन मस्क भी करते रहे हैं. मेलोनी और मस्क भी एक दूसर की तारीफ़ करते हैं.
पश्चिम परस्त नेता जॉर्जिया की राष्ट्रपति सालोम ज़ौराबिचविली भी ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी. जॉर्जिया में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सालोम पर धोखाधड़ी का आरोप लगा था.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक़ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन चीन अपने उपराष्ट्रपति हान चेंग को भेज रहा है. शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने हान के अमेरिका जाने की घोषणा की थी.भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर वॉशिंगटन में ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे.