दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिलने पर विपक्षी इंडिया गठबंधन के दलों ने प्रतिक्रिया दी है.कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा केजरीवाल को ज़मानत मिलना मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर एक झन्नाटेदार तमाचा है.
आप अपने विरोधियों को जेल भेज देते हैं. चाहे वो सीएम हों, पूर्व मुख्यमंत्री हों या जिस पद पर हों और जिन पर आप खुद भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, वो जब आपकी पार्टी में शामिल होते हैं जो साफ़ हो जाते हैं. ये लॉंड्री बीजेपी चला रही है.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया और हम लगातार कह रहे थे कि आपने बिना सबूत के किसी को जेल में डाल रखा है…और अगर आपके पास सबूत है तो आप उसे अदालत के सामने रखते क्यों नहीं. यही मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के मामले में हुआ.
सीपीआई के नेता डी राजा इसका स्वागत करते हुए कहा वो दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री हैं. अभी हमें इंतज़ार करना होगा कि क़ानूनी और न्यायिक प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ती है क्योंकि इसमें कुछ शर्तें हैं.नेशनल कांफ़्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्लाह ने अरविंद केजरीवाल को इस फैसले पर बधाई दी और कहा कि कोर्ट ही इसका एक रास्ता है.