पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने पंजाब की जनता के नाम चिट्ठी लिखी है, जिसनें उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार को निरंकुश बताया है, जो देश में तानाशाही ला रही है.
उन्होंने कहा है कि देश में इस निरंकुश सरकार की ओर से लगातार संविधान और लोकतंत्र पर हो रहे हमलों से बचाने के लिए आख़िरी चरण का मतदान ही एक मात्र मौका है.
पंजाब में 13 लोकसभा सीटों पर एक जून को मतदान होना है.
मनमोहन सिंह की चिट्ठी में लिखा है, “बीते 10 सालों में बीजेपी सरकार ने पंजाब, पंजाबियत का तिरस्कार करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा. 750 किसान, जिनमें से अधिकांश पंजाब से थे, दिल्ली की सीमाओं पर इंतज़ार करते-करते शहीद हो गए. प्रधानमंत्री ने खुद हमारे किसानों को ‘आंदोलनजीवी’ और परजीवी जैसे शब्द कहकर उनपर ज़ुबानी हमले किए. उनकी (किसानों) मांग केवल इतनी थी कि तीन कृषि कानून वापस लिए जाए.”
मनमोहन सिंह ने कहा है कि मोदी जी ने किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का वादा किया था. पिछले 10 सालों में उनकी नीतियों ने हमारे किसानों की आय ही छीन ली. किसानों की आय का राष्ट्रीय औसत महज़ 27 रुपये प्रतिदिन है, जबकि हर किसान पर औसतन 27000 रुपये का कर्ज़ है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार ने 3.73 करोड़ किसानों का 72 हज़ार रुपये का कर्ज़ा माफ़ किया था. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाई थी. उत्पादन बढ़ाया था और निर्यात को बढ़ावा दिया था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पंजाब के लोगों से मनमोहन सिंह की इस चिट्ठी को शेयर करते हुए लिखा है, “पिछले 10 सालों में नरेंद्र मोदी और भाजपा ने पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत को लगातार ज़ख़्म दिए हैं. कांग्रेस की गारंटियां पंजाब समेत पूरे देश के ज़ख्मों के लिए मरहम का काम करेंगी. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी ने पंजाब की जनता से एक भावुक अपील की है.”