पुणे पोर्श कार हादसे में पुलिस ने सोमवार को कई नई जानकारियां मीडिया के सामने रखी हैं. 19 मई को हुई इस घटना में नाबालिग अभियुक्त ने अपनी पोर्श कार से दो बाइक सवार लोगों को टक्कर मारी थी, जिसमें दोनों की मौत हो गई थी.
पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने दावा किया कि ससून जनरल अस्पताल में डॉक्टरों ने नाबालिग अभियुक्त के ब्लड सैंपल को बदल दिया था.
उन्होंने कहा, “कल शाम को हमें फॉरेंसिक रिपोर्ट मिली है. उससे यह पता चला कि ससून अस्पताल में डॉक्टर ने जिस सैंपल को सील कर फॉरेंसिक को भेजा था, असल में वह सैंपल नाबालिग अभियुक्त का नहीं था.”
अमितेश ने दावा किया कि शाम को भी अभियुक्त का एक सैंपल लिया गया था, जो उनके पिता से भी मैच कर रहा है. यही सैंपल असली है.
उन्होंने कहा, “जिन डॉक्टरों ने यह सैंपल सील करके फॉरेंसिक को भेजा था. उनको हमने कल हिरासत में लिया था. उनसे पूछताछ में यह बात सामने आई की उन्होंने नाबालिग अभियुक्त का सैंपल लिया था, लेकिन उसे डस्टबिन में फेंक दिया था और उन्होंने किसी दूसरे व्यक्ति का सैंपल से उसे बदल दिया था और उसे फॉरेंसिक लैब को भेजा था.”
पुलिस ने इस मामले में ससून अस्पताल के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है.उनका कहना है कि इस मामले में आईपीसी की कई अन्य धाराएं भी जोड़ी गई हैं, जिसमें 120 बी, 467, 201, 213,214 शामिल है.
इस मामले में 304 का गुनाह दाखिल किया गया था. उस केस में आज सुबह आईपीसी की धारा 120बी (क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी), 467 (फोरजरी), 201, 213,214 सबूतों को मिटाने के सेक्शन बढ़ाए गए हैं.
पुलिस ने बताया कि नाबालिग अभियुक्त ऑब्जरवेशन होम में है.पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार का कहना है कि इस मामले में तीन अपराध दाखिल हुए हैं.
पहला क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी का है, जिसमें नाबालिग अभियुक्त के पिता को भी अभियुक्त बनाया गया है. उनका भी प्रोडक्शन वारंट लेकर कार्रवाई की जाएगी. दूसरा अपराध जुवेनाइल एक्ट के अंदर जो नाबालिग अभियुक्त के पिता और पब संचालकों पर दाखिल हुआ था. उसमें सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं.”
“तीसरा अपराध किडनैपिंग का दाखिल हुआ था. उसमें नाबालिग अभियुक्त के दादा फिलहाल पुलिस कस्टडी में हैं. उसमें नाबालिग अभियुक्त के पिता को प्रोडक्शन पर लेने के लिए एप्लीकेशन लगाई गई है.”उन्होंने कहा कि इस मामले में युद्ध स्तर पर जांच की जा रही है. जो कोई भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.