प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा है कि पिछले 24 साल के राजनीतिक करियर में वह ‘गाली प्रूफ़’ हो चुके हैं.
उनसे सवाल किया गया था कि इस चुनाव में नेताओं की ओर से निजी हमले बहुत किए जा रहे हैं. कुछ बातें प्रधानमंत्री को कही गईं और कुछ बातें प्रधानमंत्री की ओर से कही गईं.
इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा, “मैं तो पिछले 24 साल से गालियां खा-खाकर गाली प्रूफ़ हो गया हूं. मौत का सौदागर किसने कहा था? एक दिन मेरे एक साथी ने संसग में हिसाब लगाया था, 101 गालियां गिनाई थीं.चुनाव या चुनाव न हो, ये लोग मानते हैं कि गालियां देने का हक़ उनका ही है. वे इतने हताश और निराश हो चुके हैं कि गालियां देना उनके ज़हन में हैं, उनका स्वभाव हो गया है ये शायद.”
मौजूदा लोकसभा चुनाव के छह चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई बयानों पर सियासत गरमाती हुई दिखी.
हाल ही में पीएम मोदी ने बिहार में एक रैली के दौरान कहा था कि मैं बिहार, एससी, एसटी, ओबीसी समुदायों को गारंटी दे रहा हूं, जब तक मोदी जीवित हैं, मैं उन्हें उनका अधिकार नहीं छीनने दूंगा. मोदी के लिए संविधान सर्वोच्च है, मोदी के लिए बाबासाहेब आंबेडकर की भावनाएं सर्वोच्च हैं. यदि इंडी गठबंधन अपने वोट बैंक की दासता स्वीकार करना चाहता है, तो वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं.यदि वे मुजरा करना चाहते हैं, तो वे करने के लिए स्वतंत्र हैं. मैं अभी भी एससी, एसटी के साथ खड़ा रहूंगा , और ओबीसी आरक्षण दृढ़ता से, जब तक जान है लड़ता रहूंगा.”
पीएम की इस टिप्पणी पर विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गई थीं.इससे पहले पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली के दौरान कहा था कि कांग्रेस पार्टी अपने घोषणापत्र में मंगलसूत्र छीनने की बात कर रही है.कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी के इस बयान की चुनाव आयोग में शिकायत भी की थी.